Udyam Registration Benefits in Hindi
Udyam Registration Benefits in Hindi

Udyam Registration Benefits in Hindi -उद्यम रेजिस्ट्रैशन सर्टिफिकेट के फायदे

Udyam registration benefits in Hindi – उद्यम पंजीकरण लाभ पर पूरा लेख हिंदी में पढ़ें।


उद्यम पंजीकरण के कई लाभ हैं, लेकिन हमने भारतीय सरकार के एमएसएमई उद्योग के कुछ सामान्य लाभों के बारे में बताया है।

उद्योग आधार को बिजनस का आधार भी कहा जाता है ये सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSMEs) मंत्रालय द्वारा प्रदान किया जाता है यह 12 अक्षर का नंबर होता है .आपको बता दे की MSME एक तरह की स्कीम है, जिसकी शुरुआत छोटे उद्योगों को बढ़ावा देने लिए की गई थी. 

भारत सरकार का उद्देश्य इस उद्यम पंजीकरण प्रक्रिया के माध्यम से छोटे व्यवसायों को विभिन्न तरीकों से मदद करना है। इस उद्यम पंजीकरण योजना के तहत छोटे व्यवसायों को तीन श्रेणियों में वर्गीकृत किया गया है: सूक्ष्म, लघु और मध्यम।

यदि आप इस पोस्ट तक पहुंचे है तो जरूर ही आपने उद्यम रेजिस्ट्रैशन का नाम जरूर ही सुना होगा ,व्यापारियों के लिए या MSMEs  को अकसर ही यह शब्द बोल चाल में इशतेमाल कर ली जाती है लेकिन क्या आपको पता है की इसके फायदे क्या है ,या यदि आपने उद्यम रेजिस्ट्रैशन नहीं मैं तो यही कहूँगी की आप निश्चित रूप से ही उद्यम रेजिस्ट्रैशन के फायदे से अनजान है । 

दोस्तों यदि आपने अभी तक उद्यम रेजिस्ट्रैशन नहीं करवाया है , तो जल्दी करवाये क्यू की इस पोस्ट का मकसद ही यह है की आपकी तलाश पूरी हो , उद्यम रेजिस्ट्रैशन सर्टिफिकेट के फायदे की । 

Udyam Registration Benefits in Hindi – उद्यम पंजीकरण लाभ हिंदी में

  • स्पेशल बेनफिसियल रिज़र्वेशन पॉलिसी इन मैन्यफैक्चर प्रोडकसन (Special Beneficial Reservation Policy In Manufacture Production) इस पॉलिसी के तहत एक स्पेशल लाभ दिया है जो की केवल MSMEs को ही दिया जाता है ,इस पॉलिसी के तहत लाभ नॉन एमस्एमइज् को मिल सकता । यदि नॉन एमस्एमइज् को कोई लाभ मिलता भी है तो एमस्एमइज् को पहले वरीयता दी जाएगी । 
  • उद्यम रेजिस्ट्रैशन सर्टिफिकेट होने पर आपको कर यानी टैक्स में भी कटौती की जाती है या यूँ कहे की बहुत ही कम देना पड़ता है । 
  • आपको किसी भी प्रकार का लाइसेन्स लेना हो , ट्रेडमार्क(Trademark) के अप्रूवल (approval), किसी प्रकार का रेजिस्ट्रैशन करवाना हो तो कोई मशक्कत नहीं करनी पड़ती है बहुत ही आसानी से मिल जाता है । 
  • राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण (national green tribunal) के तरफ से भी MSMEs को छूट दी जाती है । यह उन सभी मामलों की सुनवाई कर सकता है जिनमें प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से पर्यावरण शामिल हो। इसमें पर्यावरण से संबंधित कानूनी अधिकारों को लागू करना भी शामिल है।
  • इंटरनेशनल ट्रैड फेस्ट ( International Trade Fest) में भी MSMEs को मुआवजा दिया जाता है ।   इंटरनेशनल ट्रैड फेस्ट में व्यापार मेले और प्रदर्शनियां आयोजित होती हैं जहां निर्माता और वितरक अपने सामान या सेवाओं को वर्तमान और संभावित ग्राहकों, आपूर्ति कर्ताओं और अन्य इच्छुक व्यवसायों के लिए प्रदर्शित करते हैं। वे एक निर्यातक के रूप में आपके लिए नए उत्पादों को देखने और रुझानों और प्रतिस्पर्धियों की पहचान करने के लिए भी अच्छे अवसर हैं।
  • क्रेडिट लिंक्ड क्षमता सब्सिडी योजना (Credit linked capacity subsidy scheme (CLCSS)) इस स्कीम अंतर्गत MSMEs लोन लेने के लिए एलिजबल होते है ।  इस योजना का उद्देश्य बेहतर प्रौद्योगिकी को शामिल करने के लिए एमएसई में 15 प्रति शत की अग्रिम पूंजी सब्सिडी  प्रदान करके प्रौद्योगिकी उन्नयन की सुविधा प्रदान करना है। उप-क्षेत्रों/उत्पादों को मंजूरी दी गई है।
  • यदि आप बैंक से लोन लेते है तो MSMEs के अंतर्गत काफी स्कीम है जिसमें आपको ब्याज दर पर सब्सिडी मिलती है । चलिए इसे और बेहतरीन ढंग से समझते है मानते है कोई बैंक है जो अपने ग्राहकों को 8% के दर से ब्याज लोन देती है लेकिन यदि आपने उद्यम रेजिस्ट्रैशन करवाया हुआ है तो आपको बहुत ही सस्ते ब्याज दर पर लोन मिल जाएगा ।  
  • जब भी सरकार टेंडर जारी करती है तो MSMEs वालों से सिक्युरिटी मनी बहुत ही कम ली जाती ही है जबकि नॉन एमस्एमइज् को सिक्युरिटी मनी में कोई छूट नहीं दी जाती है , नॉन एमस्एमइज् को पूरा का पूरा सिक्युरिटी मनी देना पड़ता है । 
  • यदि आपका उद्यम रेजिस्ट्रैशन सर्टिफिकेट है तो आपके यह इलेक्ट्रिसिटी बिल कन्सेशनल रेट (Concessional Rate)पर आएगा । कन्सेशनल रेट  मतलब कम दर । यदि आप किसी गवर्नमेंट डिपार्ट्मन्ट में किसी प्रकार का फीस देने जाते है तो आपको वह भी छूट मिलती है। 
  • सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विकास (एमएसएमईडी) अधिनियम, 2006 में सूक्ष्म और लघु उद्यम (एमएसई) को विलंबित भुगतान के प्रावधान शामिल हैं। राज्य सरकारें विलंबित भुगतानों पर संदर्भ/फाइलिंग पर विवादों के निपटारे के लिए सूक्ष्म और लघु उद्यम सुविधा परिषद (एमएसईएफसी) की स्थापना कर सकती है । 
  • विलंबित भुगतानों पर संदर्भ/फाइलिंग पर विवादों के निपटारे के लिए केंद्र सरकार ने एमएसएमई समाधान- विलंबित भुगतान निगरानी प्रणाली(MSME SAMADHAAN- Delayed Payment Monitoring System) पोर्टल भी जारी किया है । 
  • यदि आपने उद्यम रेजिस्ट्रैशन सर्टिफिकेशन कराया हुआ है तो आपको पेटेंट रेजिस्ट्रैशन सब्सिडीएरी (Patent Registration Subsidiary) , बार कोड सब्सिडीएरी (Bar Code Subsidiary) और इंडस्ट्रियल प्रोमोशनल सब्सिडीएरी (Industrial Promotional Subsidiary) के लिए एलिजबल हो जाते है । 
  • MSMEs में रेजिस्ट्रैशन करवाने पर डायरेक्ट टैक्स (Direct Tax) में भी छूट (Exemption) मिलती है । 
  • पेटेंट रेजिस्ट्रैशन सब्सिडीएरी (Patent Registration Subsidiary)की बात करे तो यदि आप बिजनस में अभी आपका स्टार्टअप है और आपको पेटेंट  रेजिस्ट्रैशन सब्सिडीएरी लेना है तो, माना रजिस्ट्री फीस 8000 है तो उद्यम सर्टिफिकेट होने पर 3000 या 4000 रुपये  ही लगेगा ।  हाँ , एक और बात बताते चलते है आपको शायद आपको जानकार हैरानी भी हो सकती है की पेटेंट रेजिस्ट्रैशन में 50% तक का छूट दिया जाता है । 
  • इसमें रेजिस्ट्रैशन करवाने पर सेल्स टैक्स (sales tax)  व इक्साइज़ ड्यूटी (Excise Duty) आदि में भी छूट दी जाती है । 
  • इसमें आपको बिना प्रोपर्टी के भी MSMEs के तहत कोलेटरल फ्री लोन का लाभ मिलता है । कोलैटरल लोन वह लोन है जिसमें आपको लोन लेते वक्त कोई न कोई सिक्यॉरिटी जमा करनी होती है। मोटे तौर पर लोन दो तरह के होते हैं। पहला अनसिक्योर्ड (पर्सनल लोन, क्रेडिट कार्ड पर लोन), जिसमें आपको कोई सिक्यॉरिटी नहीं जमा करनी होती।
  • उद्यम रेजिस्ट्रैशन सर्टिफिकेट होने पर आपको octroi टैक्स में भी छूट का लाभ मिलता है । octroi एक प्रकार का शुल्क या कर होता है जो राज्य सरकार द्वारा उन सामानों पर एकत्र किया जाता है जिन्हें व्यक्तिगत उपयोग और बिक्री के उद्देश्य से शहर अथवा राज्य में खरीदा गया है। वस्तुओं पर शुल्क आम तौर पर वजन, मूल्य और माल की कुल संख्या के बाद लगाया जाता है।
  • आपको बताते चले की वे सभी व्यापार  जिनमें 30 करोड़ तक का इन्वेस्टमेंट हुआ होता है और 100 करोड़ के टर्नओवर होता है। आपको जानकारी के लिए बता दें कि मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस दोनों सेक्टर एमएसएमई में आते हैं । ऊपर बताए गए सभी प्रकार के लाभों के हकदार ये होते है । 

यदि आपने उद्यम रेजिस्ट्रैशन करवाया है तो विवादित मामलों के तेजी से समाधान को सुनिश्चित करने के लिए एनसीएलटी (NCLT), ई-कोर्ट सिस्टम तत्पर रहती है ।

उद्यम रेजिस्ट्रैशन करवाने पर वैसे तो मैंने आपको ऊपर कई सारे है लेकिन यदि बात करे इसमें मुख्य फायदे की तो वह है की बैंक में लोन लेने पर बहुत ही कम इन्ट्रेस्ट रेट पर लोन मिल जाता है और दूसरे सबसे जरूरी लाभ की बात करे तो वह यह कोलैटरल बेनेफिट । यदि आपको भूल गए की कोलैटरल बेनेफिट की क्या है तो फिर उपर्युक्त पॉइंट जरूर पढे । 

आशा है कि आप हिन्दी में उद्यम पंजीकरण के लाभों को समझ गए होंगे। (udyam registration benefits in hindi)

MSMEs को क्यू इतने मिलते है इतने बेनएफिट्स । 

यदि यह क्षेत्र थोड़ा भी डगमगाया तो इसपर निर्भर करीब 45% लोग बेरोजगार हो जाएंगे क्यू केवल MSMEs की बात करे की तो यह रोजगार का 45% हिस्सा इसी के कंधों पर है ।  

इस क्षेत्र में इतने वस्तुए व  सेवाये आती है की आप को भी हैरानी होगी । कॉस्मेटिक्स, फर्नीचर, बुक्स, कॉपी, सारे इलेक्ट्रानिक्स गैजेट्स ,होटल जैसे 6500 वस्तुए MSMEs के अंतर्गत आते है 

 MSMEs की बात करे तो करीब 90% उद्योग इसी के माध्यम से चलते  है और निर्यात का 50%हिस्सा केवल MSMEs से ही होता है । भारत की जीडीपी में 10% योगदान MSMEs का ही है। 

इस क्षेत्र इतना योगदान होने के कारण ही सरकार इस क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए कई सारे स्कीम निकालती रहती है ताकि ये क्षेत्र निरंतर ग्रो करता रहे । MSMEs में शामिल उद्योग को कई सारे लाभ मिलते है । जैसे इन्हें लोन व लाइसेंस जल्दी मिल जाता है , वो भी कम ब्याज दर पे । राष्ट्रीय हरित अधिकरण (नैशनल ग्रीन ट्राइब्यूनल) से भी काफी छूट दी जाती है ।  


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